• कठपुतली चित्र

    राजस्थानी कठपुतली नृत्य कला प्रदर्शन

बुधवार, 11 अक्टूबर 2017

Science critical question answer -विज्ञान महत्वपूर्ण प्रश्नोतरी

 Science critical question answer -विज्ञान महत्वपूर्ण प्रश्नोतरी  

विज्ञान महत्वपूर्ण प्रश्नोतरी

☞. सर्वग्राही रक्त समूह है : → AB
☞. सर्वदाता रक्त समूह है : → O
☞. आर० एच० फैक्टर सबंधित है : → रक्त से
☞. RH फैक्टर के खोजकर्ता : → लैंड स्टीनर एवं विनर
☞. रक्त को शुद्ध करता है : → वॄक्क (kidney)
☞. वॄक्क का भार होता है : → 150 ग्राम
☞. रक्त एक विलयन है : → क्षारीय
☞. रक्त का pH मान होता है : → 7.4
☞. ह्र्दय की धडकन का नियंत्रक है : → पेसमेकर
☞. शरीर से ह्रदय की ओर रक्त ले जाने वाली रक्तवाहिनी कहलाती है : → शिरा
☞. ह्रदय से शरीर की ओर रक्त ले जाने वाली रक्तवाहिनी कहलाती है : → धमनी
☞. जराविक-7 है : → कृत्रिम ह्रदय
☞. शरीर में आक्सीजन का परिवहन : → रक्त द्वारा
☞. सबसे छोटी अस्थि : → स्टेपिज़ (मध्य कर्ण में)
☞. सबसे बड़ी अस्थि : → फिमर (जंघा में)
☞. सबसे लम्बी पेशी : → सर्टोरियास
☞. सबसे बड़ी ग्रंथि : → यकृत

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गुरुवार, 24 अगस्त 2017

Delhi Sultanate Ghulam Dynasty to Narendra Modi दिल्ली सल्तनत गुलाम वंश से नरेन्द्र मोदी तक

Delhi Sultanate Ghulam Dynasty to Narendra Modi  दिल्ली सल्तनत गुलाम वंश से नरेन्द्र मोदी तक

दिल्ली सल्तनत गुलाम वंश से नरेन्द्र मोदी तक

गुलाम वंश

1=1193 मुहम्मद गौरी
2=1206 कुतुबुद्दीन ऐबक
3=1210 आराम शाह
4=1211 इल्तुतमिश
5=1236 रुकनुद्दीन फिरोज शाह
6=1236 रज़िया सुल्तान
7=1240 मुईज़ुद्दीन बहराम शाह
8=1242 अल्लाउदीन मसूद शाह
9=1246 नासिरुद्दीन महमूद
10=1266 गियासुदीन बल्बन
11=1286 कै खुशरो
12=1287 मुइज़ुदिन कैकुबाद
13=1290 शमुद्दीन कैमुर्स
1290 गुलाम वंश समाप्त्
(शासन काल-97 वर्ष लगभग )

खिलजी वंश

1=1290 जलालुदद्दीन फ़िरोज़ खिलजी
2=1296 अल्लाउदीन खिलजी
3=1316 सहाबुद्दीन उमर शाह
4=1316 कुतुबुद्दीन मुबारक शाह
5=1320 नासिरुदीन खुसरो शाह
6=1320 खिलजी वंश स्माप्त
(शासन काल-30 वर्ष लगभग )

तुगलक वंश

1=1320 गयासुद्दीन तुगलक प्रथम
2=1325 मुहम्मद बिन तुगलक दूसरा
3=1351 फ़िरोज़ शाह तुगलक
4=1388 गयासुद्दीन तुगलक दूसरा
5=1389 अबु बकर शाह
6=1389 मुहम्मद तुगलक तीसरा
7=1394 सिकंदर शाह पहला
8=1394 नासिरुदीन शाह दुसरा
9=1395 नसरत शाह
10=1399 नासिरुदीन महमद शाह दूसरा दुबारा सता पर
11=1413 दोलतशाह
1414 तुगलक वंश समाप्त
(शासन काल-94वर्ष लगभग )

सैय्यद वंश

1=1414 खिज्र खान
2=1421 मुइज़ुदिन मुबारक शाह दूसरा
3=1434 मुहमद शाह चौथा
4=1445 अल्लाउदीन आलम शाह
1451 सईद वंश समाप्त
(शासन काल-37वर्ष लगभग )

लोदी वंश

1=1451 बहलोल लोदी
2=1489 सिकंदर लोदी दूसरा
3=1517 इब्राहिम लोदी
1526 लोदी वंश समाप्त
(शासन काल-75 वर्ष लगभग )

मुगल वंश

1=1526 ज़ाहिरुदीन बाबर
2=1530 हुमायूं
1539 मुगल वंश मध्यांतर

सूरी वंश

1=1539 शेर शाह सूरी
2=1545 इस्लाम शाह सूरी
3=1552 महमूद शाह सूरी
4=1553 इब्राहिम सूरी
5=1554 फिरहुज़् शाह सूरी
6=1554 मुबारक खान सूरी
7=1555 सिकंदर सूरी
सूरी वंश समाप्त,(शासन काल-16 वर्ष लगभग )

मुगल वंश पुनःप्रारंभ

1=1555 हुमायू दुबारा गाद्दी पर
2=1556 जलालुदीन अकबर
3=1605 जहांगीर सलीम
4=1628 शाहजहाँ
5=1659 औरंगज़ेब
6=1707 शाह आलम पहला
7=1712 जहादर शाह
8=1713 फारूखशियर
9=1719 रईफुदु राजत
10=1719 रईफुद दौला
11=1719 नेकुशीयार
12=1719 महमूद शाह
13=1748 अहमद शाह
14=1754 आलमगीर
15=1759 शाह आलम
16=1806 अकबर शाह
17=1837 बहादुर शाह जफर
1857 मोगल वंश समाप्त
(शासन काल-315 वर्ष लगभग )

ब्रिटिश राज (वाइसरॉय)

1=1858 लोर्ड केनिंग
2=1862 लोर्ड जेम्स ब्रूस एल्गिन
3=1864 लोर्ड जहॉन लोरेन्श
4=1869 लोर्ड रिचार्ड मेयो
5=1872 लोर्ड नोर्थबुक
6=1876 लोर्ड एडवर्ड लुटेन
7=1880 लोर्ड ज्योर्ज रिपन
8=1884 लोर्ड डफरिन
9=1888 लोर्ड हन्नी लैंसडोन
10=1894 लोर्ड विक्टर ब्रूस एल्गिन
11=1899 लोर्ड ज्योर्ज कर्झन
12=1905 लोर्ड गिल्बर्ट मिन्टो
13=1910 लोर्ड चार्ल्स हार्डिंज
14=1916 लोर्ड फ्रेडरिक सेल्मसफोर्ड
15=1921 लोर्ड रुक्स आईजेक रिडींग
16=1926 लोर्ड एडवर्ड इरविन
17=1931 लोर्ड फ्रिमेन वेलिंग्दन
18=1936 लोर्ड एलेक्जंद लिन्लिथगो
19=1943 लोर्ड आर्किबाल्ड वेवेल
20=1947 लोर्ड माउन्टबेटन
ब्रिटिस राज समाप्त

आजाद भारत,प्राइम मिनिस्टर

1=1947 जवाहरलाल नेहरू
2=1964 गुलजारीलाल नंदा
3=1964 लालबहादुर शास्त्री
4=1966 गुलजारीलाल नंदा
5=1966 इन्दिरा गांधी
6=1977 मोरारजी देसाई
7=1979 चरणसिंह
8=1980 इन्दिरा गांधी
9=1984 राजीव गांधी
10=1989 विश्वनाथ प्रतापसिंह
11=1990 चंद्रशेखर
12=1991 पी.वी.नरसिंह राव
13=अटल बिहारी वाजपेयी
14=1996 ऐच.डी.देवगौड़ा
15=1997 आई.के.गुजराल
16=1998 अटल बिहारी वाजपेयी
17=2004 डॉ.मनमोहनसिंह
18=2014 से नरेन्द्र मोदी

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बुधवार, 5 जुलाई 2017

Computer- General Knowledge (Question-Answer for Competitive Examination)-कम्प्यूटर- सामान्य ज्ञान (प्रतियोगी परीक्षा हेतु प्रश्न-उत्तर)

कम्प्यूटर- सामान्य ज्ञान (प्रतियोगी परीक्षा हेतु प्रश्न-उत्तर)
1. कंप्यूटर की घड़ी की स्पीड की गणना किस में की जाती है।
(A) गीगाबाइट (B) बिट (C) मेगाहटर्ज (D) गीगाहटर्ज
Ans : (C)


2. वर्ड में इंसर्शन पाइंट क्या निर्दिष्ट करता है?
(A) डॉक्युमेंट का अंत (B) डॉक्युमेंट का आरंभ (C) डॉक्युमेंट का मध्य (D) जहाँ टेक्स्ट एंटर किया जाएगा
Ans : (D)


3. देरी से बचने के लिए अगले डाटा या इंस्ट्रक्शन को प्रोसेस करने के लिए स्टोरेज स्पेस–
(A) कैश (B) रजिस्टर (C) RAM (D) CPU
Ans : (A)


4. प्रयोक्ता द्वारा सेव किए गए पुन: प्रयोग योग्य कमांडों या स्टेप्स के सेट को क्या कहते हैं–
(A) मैक्रो (B) टेम्पलेट (C) फंक्शन (D) रिलेटिव रेफरेंस
Ans : (A)


5. मोशन पिक्टर क्लिपों को बदलने के लिए किस प्रकार का सॉफ्टवेयर प्रयोग किया जाता है?
(A) ड्राइंग (B) वीडियो एडिटिंग (C) पेंटिंग (D) कंप्यूटर डिजाइन
Ans : (B)
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बुधवार, 15 फ़रवरी 2017

VMOU RSCIT QUESTION BANK

VMOU RSCIT QUESTION BANK

1. कम्पयूटर में विण्डों एक प्रकार है– 
(A) सॉफ्टवेयर का (B) हार्डवेयर का (C) दोनों का (D) किसी का नहीं (Ans : A)


2. निम्नलिखित में से किसे ‘कम्प्यूटर का पितामह’ कहा जाता है? 
(A) हरमन होलेरिथ (B) चार्ल्स बेबेज (C) बेल्स पास्कल (D) जोसेफ जैक्यूर्ड (Ans : B)


3. CD-ROM है एक– 
(A) सेमीकण्डक्टर मेमोरी (B) मैग्नेटिक मेमोरी (C) मेमोरी रजिस्टर (D) इनमें से कोई नहीं (Ans : B)


4. इन्टीग्रेटेड सर्किट चिप का विकास किसने किया है? 
(A) सी. वी. रमन ने (B) रॉबर्ट नायक ने (C) जे. एस. किल्बी ने (D) चार्ल्स बेबेज ने (Ans : C)


5. निम्न में से कौन कम्प्यूटर आँकड़ों को त्रुटियाँ प्रदर्शित करता है? 
(A) चिप (B) बाइट (C) बग (D) बिट (Ans : C)
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शनिवार, 14 जनवरी 2017

Indian Constitution all Articles:-भारतीय संविधान के सारे अनुच्छेद एक साथ

सारे अनुच्छेद एक साथ Indian Constitution Articles:-
अनुच्छेद 1 :- संघ कानाम और राज्य क्षेत्र
अनुच्छेद 2:- नए राज्यों का प्रवेश या स्थापना
अनुच्छेद 3 :- राज्य का निर्माण तथा सीमाओं या नामों मे
परिवर्तन
अनुच्छेद 4 :- पहली अनुसूचित व चौथी अनुसूची के संशोधन तथा दो और तीन के अधीन बनाई गई विधियां
अच्नुछेद 5 :- संविधान के प्रारंभ पर नागरिकता
अनुच्छेद 6 :- भारत आने वाले व्यक्तियों को नागरिकता
अनुच्छेद 7 :-पाकिस्तान जाने वालों को नागरिकता
अनुच्छेद 8 :- भारत के बाहर रहने वाले व्यक्तियों का नागरिकता
अनुच्छेद 9 :- विदेशी राज्य की नागरिकता लेने पर नागरिकता का ना होना
अनुच्छेद 10 :- नागरिकता के अधिकारों का बना रहना
अनुच्छेद 11 :- संसद द्वारा नागरिकता के लिए कानून का विनियमन
अनुच्छेद 12 :- राज्य की परिभाषा
अनुच्छेद 13 :- मूल अधिकारों को असंगत या अल्पीकरण करने वाली विधियां
अनुच्छेद 14 :- विधि के समक्ष समानता
अनुच्छेद 15 :- धर्म जाति लिंग पर भेद का प्रतिशेध
अनुच्छेद 16:- लोक नियोजन में अवसर की समानता
अनुच्छेद 17 :- अस्पृश्यता का अंत
अनुच्छेद 18 :- उपाधीयों का अंत
अनुच्छेद 19 :- वाक् की स्वतंत्रता
अनुच्छेद 20 :- अपराधों के दोष सिद्धि के संबंध में संरक्षण

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रविवार, 4 सितंबर 2016

Major Mountain Strikes in Rajasthan- राजस्थान कि प्रमुख पर्वत चोटियाॅ

Peaks of North-Eastern Aravalli Region
01. Raghunathgarh (Sikar) - 1055 M
02. Khoh (Jaipur) - 920 M
03. Bhairach (Alwar) - 792 M
04. Barwara (Jaipur) - 786 M
05. Babai (Junjhunu) - 780 M
06. Bilali (Alwar) - 775 M
07. Manoharpura (Jaipur) - 747 M
08. Bairath (Jaipur) - 704 M
09. Sariska (Alwar) - 677 M
10. Siravas - 651 M
Peaks of Central Aravalli Region
01. Goramji (Ajmer) - 934 M
02. Taragarh (Ajmer) - 870 M
03. Naag Pahar (Ajmer) -795 M

Peaks of Southern Aravalli Region
01. Guru Shikhar (Sirohi) - 1722 M
02. Ser (Sirohi) - 1597 M
03. Dilwara (Sirohi) - 1442 M
04. Jarga (Sirohi) - 1431 M
05. Achalgarh (Sirohi) - 1380 M
06. Kumbhalgarh (Rajsamand) - 1224 M
07. Dhoniya - 1183 M
08. Hrishikesh - 1017 M
09. Kamalnath - 1001 M
10. Sajjangarh - 938 M
11. Lilagarh - 874 M
TOP 10 PEAKS OF ARAVALLI
01. Guru Shikhar (Sirohi) - 1722 M
02. Ser (Sirohi) - 1597 M
03. Dilwara (Sirohi) - 1442 M
04. Jarga (Sirohi) - 1431 M
05. Achalgarh (Sirohi) - 1380 M
06. Kumbhalgarh (Rajsamand) - 1224 M
07. Dhoniya - 1183 M
08. Raghunathgarh (Sikar) - 1055 M
09. Hrishikesh - 1017 M
10. Kamalnath - 1001 M 
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गुरुवार, 26 मई 2016

Saint sampradaya and folk saints of Rajasthan-राजस्थान के संत सम्प्रदाय एवं लोक संत

राजस्थान के पुरूष लोक सन्त

1. रामस्नेही सम्प्रदाय – इसके प्रवर्तक संत रामचरण दास जी थे। इनका जन्म
टोंक जिले के सोड़ा गाँव में हुआ था। इनके मूल गाँव का नाम बनवेडा था। इनके पिता बखाराम व माता देऊजी थी तथा वैश्य जाति के थे। इन्होंने यहाँ जयपुर महाराज के यहाँ मंत्री पद पर कार्य किया था। इसका मूल रामकिशन था। दातंडा (मेवाड़) के गुरू कृपाराम से दीक्षा ली थी। इनके द्वारा रचित ग्रन्थ अर्ण वाणी है। इनकी मृत्यु शाहपुरा (भीलवाड़ा) में हुई थी। जहाँ इस सम्प्रदाय की मुख्यपीठ है। पूजा स्थल रामद्वारा कहलाते हैं तथा इनके पुजारी गुलाबी की धोती पहनते हैं। ढाढी-मूंछ व सिर पर बाल नहीं रखते है। मूर्तिपुजा नहीं करते थे। इसके 12 प्रधान शिष्य थे जिन्होंने सम्प्रदायक प्रचार व प्रसार किया।
रामस्नेही सम्प्रदाय की अन्य तीन पीठ
1. सिंहथल बीकानेर, प्रवर्तक – हरिदास जी
2. रैण (नागौर) प्रवर्तक – दरियाआब जी (दरियापथ)
3. खेडापा (जोधपुर) प्रवर्तक संतरामदासजी

2. दादू सम्प्रदाय – प्रवर्तक – दादूदयाल, जन्म गुजरात के अहमदाबाद में, शिक्षा – भिक्षा – संत बुद्धाराम से, 19 वर्ष की आयु में राजस्थान में प्रवेश राज्य में सिरोही, कल्याणपुर, अजमेर, सांभर व आमेर में भ्रमण करते हुए नरैणा (नारायण) स्थान पर पहुँचे जहाँ उनकी भेंट अकबर से हुई थी। इसी स्थान पर इनके चरणों का मन्दिर बना हुआ है। कविता के रूप में संकलित इनके ग्रन्थ दादूबाडी तथा दादूदयाल जी दुहा कहे जाते हैं। इनके प्रमुख सिद्धान्त मूर्तिपुजा का विरोध, हिन्दू मुस्लिम एकता शव को न जलाना व दफनाना तथा उसे जंगली जानवरों के लिए खुला छोड़ देना, निर्गुण ब्रह्मा उपासक है। दादूजी के शव को भी भराणा नामक स्थान पर खुला छोड़ दिया गया था। गुरू को बहुत अधिक महत्व देते हैं। तीर्थ यात्राओं को ढकोसला मानते हैं।
(अ) खालसा – नारायण के शिष्य परम्परा को मानने वाले खालसा कहलाते थे। इसके प्रवर्तक गरीबदास जी
थे।
(ब) विखत – घूम-घूम कर दादू जी के उपदेशों को गृहस्थ जीवन तक पहुँचाने
वाले।
(स) उतरादेय – बनवारी दास द्वारा हरियाणा अर्थात् उत्तर दिशा में जाने
के कारण उतरादेय कहलाये।
(द) खारवी – शरीर पर व लम्बी-लम्बी जटाएँ तथा छोटी-छोटी टुकडि़यों में
घूमने वाले।
(य) नागा – सुन्दरदास जी के शिष्य नागा कहलाये।
दादू जी के प्रमुख शिष्य –
1. बखना जी – इनका जन्म नारायणा में हुआ था। ये संगीत विद्या में निपुण थे।
इनको हिन्दू व मुसलमान दोनों मानते थे। इनके पद व दोहे बरचना जी के वाणी में
संकलित थे।
2. रज्जब जी – जाति – पठान, जन्म – सांगानेर, दादू जी से भेंट आमेर में तथा
उनके शिष्य बनकर विवाह ना करने की कसम खाई। दादू की मृत्यु पर अपनी आखें बद कर ली व स्वयं के मरने तक आँखें नहीं खोली। ग्रन्थ वाणी व सर्ववंगी।
3. गरीबदास जी – दादू जी ज्येष्ठ पुत्र तथा उत्तराधिकारी।
4. जगन्नाथ – कायस्थ जाति के, इनके ग्रन्थ वाणी व गुण गंजनाम।
5. सुन्दरदास जी – दौसा में जन्मे, खण्डेलवाल वैश्य जाति के थे। 8 वर्ष की
आयु में दादू जी के शिष्य बने व आजीवन रहे।
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