• कठपुतली चित्र

    राजस्थानी कठपुतली नृत्य कला प्रदर्शन

सोमवार, 8 अप्रैल 2019

SHRI KAPIL MUNI JI KA MELA KOLAYAT BIKANER (कपिल मुनिजी का मेला श्री कोलायत,बीकानेर)

SHRI KAPIL MUNI JI KA MELA  KOLAYAT BIKANER (कपिल मुनिजी का मेला श्री कोलायत,बीकानेर) -

SHRI KAPIL MUNI JI KA MELA  KOLAYAT BIKANER (कपिल मुनिजी का मेला श्री कोलायत,बीकानेर)
कपिल मुनिजी

● बीकानेर से करीब करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित श्री कोलायतजी हिन्दू और सिक्खों की श्रद्धा और भक्ति का केन्द्र है। 

इस स्थान पर कपिल मुनि ने तपस्या की थी। महर्षि कपिल महर्षि कर्दम के पुत्र थे। उन्होंने अपनी माता देवहूति को लौकिकता व अलौकिकता, भक्ति योग, अष्टांग योग का उपदेश दिया तथा सांख्य दर्शन की संरचना की। कपिल मुनि को भगवान विष्णु का अवतार मानकर पूजा जाता है। 



श्री कोलायत,बीकानेर
श्री कोलायत,बीकानेर

● कहा जाता है कि उन्होंने श्रीकोलायत में पीपल के एक पेड़ के नीचे शरीर समर्पित किया था। यहां स्थित सरोवर के आसपास
पीपल के काफी पेड़ है। सरोवर पर पुष्कर की तरह घाट बने हुए है। इस स्थान की मान्यता तीर्थ स्थल के रूप में है। सरोवर के पास ही महर्षि कपिल देव का निज मंदिर है। इसमें काले संगमरमर की गरूड़ व वशिष्ठजी की प्रतिमाएं प्रतिष्ठित हैं। 
पंच मंदिर और गंगा मैया मंदिर भी देखने लायक है। दूसरी तरफ सिक्खों के लिए भी यह केन्द्र आस्था का केन्द्र है। यहां गुरुनानक देवजी ने यात्रा की थी। यहां बड़ा गुरुद्वारा भी है। 



श्री कोलायत
श्री कोलायत तालाब ,बीकानेर
 

● प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा को यहां मेला आयोजित होता है। कोलायत शुष्क क्षेत्र में स्थित है।

●  यहाँ 52 'घाटों वाली एक झील है जो चारों ओर बरगद के पेड़ से आच्छादित है। यहाँ कपिल मुनि को समर्पित एक मंदिर कपिल मुनि घाट पर स्थित है जिसमें इस महान संत की संगमरमर की प्रतिमा स्थापित है।

● इस मेले के दौरान शाम को सरोवर में दीपदान होता है। इसके अतिरिक्त कई खास मौकों पर भी यहां लोग डुबकी लगाने पहुंचते है। गुरुनानक जयंती पर्व होने के कारण इस दिन सिख भी बड़ी संख्या में यहां आते है।

● इस स्थान पर धार्मिक आयोजन के साथ साथ पशु मेले का भी संयोजन किया जाता है। इस पशु मेले में भैंस, ऊंट, घोड़े और मवेशी बेचे जाते हैं। मेले में श्रेष्ठ पशु प्रजानकों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार दिया जाता है। 

● कोलायत बीकानेर शहर के दक्षिण-पश्चिम में 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ बीकानेर से कोलायत के लिए एक सीधा रेल मार्ग है। नियमित बसें बीकानेर से कोलायत के लिए चलती हैं। 



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शुक्रवार, 19 अक्टूबर 2018

सुख, शांन्ति एवं समृध्दि की मंगलकामनाओं के साथ आपको सपरिवार विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं ॥

सुख, शांन्ति एवं समृध्दि की मंगलकामनाओं के साथ आपको सपरिवार विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं ॥

विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं

दशहरा यानी हर बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक|
दशहरा यानी हर असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक |
दशहरा यानी अज्ञान के अंधकार पर ज्ञान के प्रकाश का प्रतीक |
आइए,आत्मावलोकन करें।जीवन की श्रेष्ठता और सफलता के लिए। 
आदरणीय आपको दशहरे की हार्दिक शुभकामनाएं

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बुधवार, 17 अक्टूबर 2018

नैना रा लोभी राजस्थानी गीत ( Naina Ra Lobhi song)

 ★ नैना रा लोभी राजस्थानी गीत ( Naina Ra Lobhi song) 

RAJASTHAN LOK SANGEET

नैना रा लोभी राजस्थानी गीत 

मनवर नैना उच्हिली , तो ले सखियाँ ने साथ,
घुमर रमवा निकली तो , पग पायल झंकार
अजी आत्या म्हारी रुनक झुनक पायल बाजे सा - २
मनरा रा लोभी की कर आऊं सा
नैना रा लोभी की कर आऊं सा
अजी आत्या म्हारी रुनक झुनक पायल बाजे सा - २
मनरा रा लोभी की कर आऊं सा
नैना रा लोभी की कर आऊं सा
१.
अजी आत्या म्हारी सासु सूती तो नंदन जागे सा - २
नैना रा लोभी की कर आऊं सा
बाईसा रा बीरा की कर आऊं सा
अजी आत्या म्हारी रुनक झुनक पायल बाजे सा - २
नैना रा लोभी की कर आऊं सा
बाईसा रा बीरा की कर आऊं सा
२.
अजी आत्या म्हारी झेथानी सूती देवरानी जागे सा - २
नैना रा लोभी की कर आऊं सा
दिल सागर डोला की कर आऊं सा
अजी आत्या म्हारी रुनक झुनक पायल बाजे सा - २
नैना रा लोभी की कर आऊं सा
दिल सागर डोला की कर आऊं सा
३.
अजी आत्या म्हे तो आऊं की पाछी फिर फिर जाऊं सा - २
नैना रा लोभी की कर आऊं सा
थाने भाजियां राजा की कर आऊं सा
अजी आत्या म्हारी रुनक झुनक पायल बाजे सा - २
नैना रा लोभी की कर आऊं सा
थाने भाजियां राजा की कर आऊं सा
४.
अजी आत्या म्हारो लालो देवारियो उपरसू झांके सा - २
पडोसन झाला देवे में कियां आऊं सा - २
अजी आत्या म्हारी रुनक झुनक पायल बाजे सा - २
मनरा रा लोभी की कर आऊं सा
नैना रा लोभी की कर आऊं सा
बाईसा रा बीरा की कर आऊं सा
दिल सागर डोला की कर आऊं सा
थाने भाजियां राजा की कर आऊं सा
मनरा रा लोभी की कर आऊं सा
नैना रा लोभी की कर आऊं सा
नैना रा लोभी की कर आऊं सा

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शनिवार, 6 अक्टूबर 2018

देखो ढोल नगारा बाजे रे राजस्थानी गीत (Dekho Dhol Nagara song )

देखो ढोल नगारा बाजे रे राजस्थानी गीत (Dekho Dhol Nagara song )

देखो ढोल नगारा बाजे रे राजस्थानी गीत

राजस्थानी गीत


देखो ढोल नगारा बाजे रे
ढोल के धमकारे गोरी छम छम नाचे रे
देखो ढोल नगारा बाजे रे...
छम छम नाचे रे, उड़ उड़ नाचे रे, छुप छुप नाचे रे
गोरे गोरे हाथ में चुडलो खनके मेंहदी रचे रे
देखो ढोल नगारा बाजे रे...
आ...
रंग रंगीलो घागरो जी गली गली में घेर- २
बीच बाजार निकलूं तब देखे सारो शहर - २ 
म्हारी पायल छम छम,
म्हारी पायल छम छम बाजे रे
ढोल के धमकारे गोरी छम छम नाचे रे
देखो ढोल नगारा बाजे रे...
छम छम नाचे रे, उड़ उड़ नाचे रे, छुप छुप नाचे रे
गोरे गोरे हाथ में चुडलो खनके मेंहदी रचे रे
देखो ढोल नगारा बाजे रे...
आ..
चाँद छवि को मुख्दो म्हारो में गोरी नखराली - २
तीखी तीखी आँखा म्हारी बिन काजल कजरारी - २
पायल सुनकर मुद्रा
ओ पायल सुनकर मुद्रा लागे रे
ढोल के धमकारे गोरी छम छम नाचे रे
देखो ढोल नगारा बाजे रे...
छम छम नाचे रे, उड़ उड़ नाचे रे, छुप छुप नाचे रे
गोरे गोरे हाथ में चुडलो खनके मेंहदी रचे रे
देखो ढोल नगारा बाजे रे...

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मंगलवार, 2 अक्टूबर 2018

घडलो थाम ले राजस्थानी गीत ( Ghadlo Thaam le)

 घडलो थाम ले  राजस्थानी गीत ( Ghadlo Thaam le) 

 घडलो थाम ले  राजस्थानी गीत

घडलो थाम ले  राजस्थानी गीत


घडलो थाम ले ,
घडलो थाम ले देवरिया कमर बलखाये
नीम की निमोड़ी म्हारे अंग अड़ जाए
घडलो सार ले देवरिया कमर बलखाये
नीम की निमोड़ी म्हारे अंग अड़ जाए
अंग अड़ जाए देवरिया घडलो पद जाए
नीम की डाली से म्हारी जोवन अड़ जाए - २
में तने बरजू रे देवर लांबी मत ना लाइजे -२
कोई आवे रे , कोई आवे रंग महला में खूटों सो गढ़ जाए,
नीम की निमोड़ी म्हारे अंग अड़ जाए
घडलो सार ले देवरिया कमर बलखाये
नीम की डाली से म्हारी जोवन अड़ जाए
देवारियों उतारे तो देवरानी नट जाए
नीम की डाली से म्हारी जोवन अड़ जाए - २
में तने बरजू रे देवर मोटी मत ना लाइजे -२
कोई आवे रे , कोई आवे रंग महला में गिंडी सी गुड जाए,
नीम की निमोड़ी म्हारे अंग अड़ जाए
घडलो सार ले देवरिया कमर बलखाये
नीम की डाली से म्हारी जोवन अड़ जाए
देवारियों उतारे तो देवरानी नट जाए
नीम की डाली से म्हारी जोवन अड़ जाए - २
में तने बरजू रे देवर काली मत ना लाइजे -२
कोई आवे रे , कोई आवे रंग महला में अंधियारों होई जाए,
नीम की डाली से म्हारी जोवन अड़ जाए
घडलो सार ले देवरिया कमरियो बलखाये
नीम की डाली से म्हारी जोवन अड़ जाए
देवरानी उतारे तो देवरियो जल जाए
नीम की डाली से म्हारी जोवन अड़ जाए - २
में तने कहहु रे देवर गोरी गोरी लाइजे -२
कोई आवे रे , कोई आवे रंग महला में दिवलो सो जुट जाए,
नीम की डाली से म्हारी जोवन अड़ जाए
घडलो सार ले देवरिया कमरियो बलखाये
नीम की डाली से म्हारी जोवन अड़ जाए
देवरानी उतारे तो देवरियो जल जाए
नीम की निमोड़ी म्हारे अंग अड़ जाए
नीम की डाली से म्हारी जोवन अड़ जाए
नीम की निमोड़ी म्हारे अंग अड़ जाए
नीम की डाली से म्हारी जोवन अड़ जाए

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गुरुवार, 20 सितंबर 2018

चाँद चढ्यो गिगनार राजस्थानी गीत (Chand Chadhyo Gignaar Songs)

चाँद चढ्यो गिगनार राजस्थानी गीत (Chand Chadhyo Gignaar Songs)

चाँद चढ्यो गिगनार राजस्थानी गीत

चाँद चढ्यो गिगनार राजस्थानी गीत


चाँद चढ्यो गिगनार फिर सा ,
ढल आई आधी रात पिहुजी,
अब तो घरा पधारो ,
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |


चाँद चढ्यो गिगनार फिर सा ,
ढल आई आधी रात पिहुजी,
अब तो घरा पधारो ,
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |


हाथ्य मेहंदी राच्नी , कोई नैना काजल घाल्यो जी - २
ले दिव्लो चढ़ घी को बाले, मर्वर पलंग सवारों जी
बेठी मनरो मार गोरिका आया नहीं भरतार,
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |


चाँद चढ्यो गिगनार फिर सा ,
ढल आई आधी रात पिहुजी,
अब तो घरा पधारो ,
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |


ज्यो ज्यो तेल बाले दिवलो में, भल बाती सर्कावे जी - २
नहीं आया अब तक यो रसियो, दिव्लो नाद हिलावे जी
दिवलो क्यूँ झुंझलाए गोरी, दिवलो दियो बुझाये,
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |


चाँद चढ्यो गिगनार फिर सा ,
ढल आई आधी रात पिहुजी,
अब तो घरा पधारो ,
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |


सिसक सिसक कर गोरी रोवे , तकियों कालो करियो जियो जी - २
उग्तो सूरज रसियो आयो, हाथ पीठ पर धारियों जी
कठे बिताई सारी रात थाणे उग आयो परिभात
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |


चाँद चढ्यो गिगनार फिर सा ,
ढल आई आधी रात पिहुजी,
अब तो घरा पधारो ,
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |
हाथ चिटक कर गोरी बोली अब क्यूँ घर्या पधारा जी - २
सौतें के संग रात बिताई , कद कद कोढ़ कमाया जी -२
कठे बिताई सारी रात थे तो, कर दीन्यो परभात
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |


उक चुक क्यूँ गोरी बोलो गोरी, मत न देवो ताना जी - २
साथी रा संग रात बिताई, खेला चोपर पासा जी - २
बठे बिताई सारी रात म्हाने, उग आयो परभात
गोरी मुस्काओ जी , मुस्काओ जी
चंदो गयो सिधार देखो, उग आयो परभात
म्हारा अब आया भरतार ,
मनरो मुल्खे छे जी मुल्खे छे |


चाँद चढ्यो गिगनार फिर सा ,
ढल आई आधी रात पिहुजी,
अब तो घरा पधारो ,
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |
गोरी मुस्काओ जी , मुस्काओ जी |
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |
गोरी मुस्काओ जी , मुस्काओ जी |
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |
गोरी मुस्काओ जी , मुस्काओ जी |
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |
गोरी मुस्काओ जी , मुस्काओ जी |

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बुधवार, 12 सितंबर 2018

भर जोबन में नाव दुब्गी राजस्थानी गीत (BHAR JOBAN ME NAV DUBGI RAJASTHANI SONG)

भर जोबन में नाव दुब्गी  राजस्थानी गीत (BHAR JOBAN ME NAV DUBGI RAJASTHANI SONG)

भर जोबन में नाव दुब्गी  राजस्थानी गीत

भर जोबन में नाव दुब्गी  राजस्थानी गीत


भर जोबन में नाव डूबगी - 2 तैरा दे मनिहारा
तेरे नाम की दो चूड़ी - मने पेरा दे मनिहारा , पेरा दे मनिहारा

भर जोबन में नाव डूबगी तैरा दे मनिहारा
तेरे नाम की दो चूड़ी मने पेरा दे मनिहारा , पेरा दे मनिहारा


पटरी - रेल चालत हैं - ऊपर जहाज हवाई
फागन में तो छोरा मर गया - कर कर याद लुगाई -


पटरी - रेल चालत हैं ऊपर जहाज हवाई
फागन में तो छोरा मर गयाकर कर याद लुगाई -


नीम का जोबन नीम निमोड़ी - आम का जोबन चुआन
मर्द का जोबन पण सुपारी - पनिहारी का कुआँ -


नीम का जोबन नीम निमोड़ी आम का जोबन चुआन
मर्द का जोबन पण सुपारी पनिहारी का कुआँ -


आधी रात में आयो देवर -  , लायो फूल गुलाबी
झाला देर बुलवान लाग्यो -  , आजा मेरी भाभी -


आधी रात में आयो देवर , लायो फूल गुलाबी
झाला देर बुलवान लाग्यो , आजा मेरी भाभी -


सुन रे पति  मेरा सुन रे पति - , तने हाल बताऊँ सारा
देवरिय को ब्याव करा दे - , वोह ना फिरे कंवारा - 


सुन रे पति  मेरा सुन रे पति , तने हाल बताऊँ सारा
देवरिय को ब्याव करा दे , वोह ना फिरे कंवारा - 

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